डेंगू से आदिवासी युवक की मौत ने दिखाई सखलेचा के विकास की सच्चाई-समंदर पटेल
News Published By Mr.Dinesh NalwayaPublish Date: 28-10-2023
रत्नमोती न्यूज डेक्स
जावद
जावद विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी समंदर पटेल ने डेंगू से क्षेत्र में हुई एक युवक की मौत के मामले में स्थानीय विधायक और मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा को आड़े हाथ लिया और कहा कि उनके विकास की यही सच्चाई है। पिछले 20 साल से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं लेकिन लोगों को विकास के झूठे सपने दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया। रतनगढ़ क्षेत्र के सांडा गांव में डेंगू से 20 वर्षीय पप्पू पुत्र श्यामलाल भील की हुई मौत के लिए सखलेचा को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि जनता ने उन पर लगभग 18 साल तक विश्वास किया लेकिन उन्होंने जनता के लिए क्या किया। पप्पू की मौत से उनके छद्म विकास को बखूबी समझा जा सकता है। प्रेस के नाम जारी एक बयान में पटेल ने आश्चर्य जताया कि लगभग 30 साल तक पिता वीरेंद्र सखलेचा क्षेत्र की कमान संभालते रहे लेकिन आदिवासी क्षेत्र में चिकित्सा, सड़क सहित मूलभूत सुविधाओं का ढांचा तक खड़ा नहीं कर पाए। पिता की झूठ और फरेब की परंपरा को पुत्र ओम प्रकाश सखलेचा ने भी कायम रखा । पप्पू की मौत उसका नमूना मात्र है। हकीकत में रतनगढ़ क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था बेहद खराब है। खासकर आदिवासी एरिया में लोग छोटी-मोटी बीमारियों से ही अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं परंतु स्थानीय जनप्रतिनिधि ने कभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने की कोशिश नहीं की। आज भी स्थिति यह है कि सांडा गांव में लगभग पांच दर्जन लोग डेंगू सहित छोटी मोटी बीमारियों से ग्रस्त है। युवक की मौत के बाद हरकत में आया स्वास्थ्य अमला फार्मलिटीज निभा गया। कांग्रेस प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था के हालत सखलेचा के विकास की पोल खोल रही है लेकिन उनके माथे पर कभी शिकन तक उभरी। बेशर्मी से विकास का दम भरते फिर रहे है। उन्होंने प्रशासन से रतनगढ़ क्षेत्र में तत्काल हेल्थ कैंप लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करवा कर उपचार करवाने तथा मृतक के परिजनों को उचित सहायता राशि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।