जनभागीदारी अतिथि विद्वानों नें समान कार्य समान वेतन की एकमात्र माँग के लिये सौंपा ज्ञापन।
News Published By Mr.Dinesh NalwayaPublish Date: 30-11--0001
नीमच - मध्यप्रदेश शासकीय महाविद्यालयीन (उच्च शिक्षा) जनभागीदारी अतिथि विद्वानों ने अपनी एकमात्र मांग को लेकर विधायक एवं प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने काली पटटी बांधकर अपना अध्यापन कार्य सम्पन्न किया। अतिथि विद्वानों की मांग है कि उनका कार्यकाल 12 महिने का होना चाहिये तथा बिना भेदभाव के वेतन मिलना चाहिये। अतिथि विद्वानों ने बताया कि हमारी नियुक्ति उच्च शिक्षा विभाग ने यु.जी.सी. द्वारा तय किये मापदण्डों के अनुसार की है, जिन मापदण्डों के आधार पर रिक्त पद वाले अतिथि विद्वानों की नियुक्ति हुई है, हम भी उन्ही नियमानुसार शासकीय महाविद्यालय में कार्यरत जनभागीदारी अतिथि विद्वान है। जब दोनों के मापदण्ड एवं नियम एक समान हैं तो हम लोगों से भेदभाव क्यों किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अतिथि विद्वानों के लिये घोषणा की लेकिन जनभागीदारी एवं स्ववित्तीय अतिथि विद्वानों को भुल गये। इस अवसर पर शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमच के सभी जनभागीदारी / स्ववित्तीय अतिथि विद्वान उपस्थित रहें।