पेट में उत्पन्न होने वाले विकार कई रोगों की जड़ होते हैं- डॉ चोकसी
News Published By Mr.Dinesh NalwayaPublish Date: 30-11--0001
रतलाम - पेट में उत्पन्न होने वाले विकार कई रोगों की जड़ होते हैं। सिरदर्द, बुखार, एसिडिटी, बदहजमी, चक्कर आना व उल्टी-दस्त आदि से लेकर पीलिया हेपेटाइटिस, फैटी लीवर जैसी बीमारियां भी पेट में मामूली शिकायतों के बाद सामने आ रही हैं। पेट में गड़बड़ी के बाद बवासीर, शुगर व बीपी के अलावा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों की चपेट में भी लोग आ रहे हैं,इसलिए पेट व लीवर से संबंधित बीमारियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जायडस अस्पताल से विशेष तौर पर रतलाम मे पेट लीवर आंतों के स्पेशलिस्ट डॉ. अजय चोकसी ने शहर के शास्त्री न गर स्थित रतलाम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में शुक्रवार को लोगों को अपनी सेवाएं देते हुए बताया की पेट व लीवर से संबंधित गंभीर बीमारियों से खानपान में सावधानी बरतकर बचा जा सकता है। पेट संबंधी रोग प्रारंभिक अवस्था में सही इलाज कराने पर जड़ से भी खत्म हो सकते हैं। साथ ही इससे होनेवाली दूसरी बीमारियों से भी बचा जा सकता है लेकिन, यदि बीमारी शरीर में लंबे समय तक रहेगी, तो जानलेवा भी साबित हो सकती है।सलिए पेट रोग से संबंधित किसी तरह की शिकायत मिलने पर तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए, न कि अपने स्तर से दवा खाकर रोग को दबाना चाहिए। डॉ. अजय चोकसी ने बताया कि लोगों की अक्सर शिकायत रहती है कि जमीनी पानी अच्छा पानी न होने से व लोगों तक साफ पानी न पहुंचने से कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं,मगर समय-समय पर इन लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के मकसद से चेकअप कैंप लगाया गया है।